भारत रत्न बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर जी के परिनिर्वाण दिवस पर कैंडल मार्च कर दी श्रद्धांजलि
कुदरहा। डॉ.भीम राव अम्बेडकर नव युवक कमेटी डारीडीहा ब्लॉक बहादुरपुर बस्ती के तत्वाधान में कैंडल मार्च निकाल कर सामाजिक भेदभाव के विरुद्ध अभियान चलाने वाले, श्रमिकों, किसानों और महिलाओं के अधिकारों के प्रबल समर्थक, स्वतंत्र भारत के प्रथम विधि एवं न्याय मन्त्री, भारतीय संविधान के जनक बाबा साहब के
महापरिनिर्माण दिवस पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया l
कैण्डल मार्चा के दौरान सैकड़ों पुरुष और महिलाओं ने भाग लिया और अपने आप को बाबा साहब के बताए हुए रास्ते पर चलने के लिए खुद को भरोसा दिलाया और उनकी 22 प्रतिज्ञा को भी अपने आचरण में उतारने की शपथ ली
डॉ. अंबेडकर जी ने न केवल भारत को एक संविधान दिया, बल्कि लाखों दलितों को समानता और न्याय का मार्ग भी दिखाया। उनके विचारों ने समाज में जातिवाद और छुआछूत के खिलाफ लड़ाई को नई दिशा दी।
लिखा दुनिया का सबसे लंबा संविधान
डॉ. भीमराव अंबेडकर ने समाज में हो रही भेदभाव और अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई। जिसके बाद दुनिया का सबसे लंबा लिखित संविधान उनकी अध्यक्षता में तैयार किया गया।
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