Ballia: महिला जिला अस्पताल में अवैध धनउगाही, सीएमएस पर लगा गम्भीर आरोप, धरने पर बैठे रिपुंजय रमन पाठक, जानिए पूरा मामला
बलिया: एक तरफ उत्तर प्रदेश की योगी सरकार प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को उपलब्ध कराने के लिए बड़े-बड़े दावे कर रही है सरकारी अस्पतालों में तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराने का दावा कर रही है सुई से रुई तक मुफ्त उपलब्ध कराने का दावा कर रही है लेकिन वही बलिया का जिला महिला अस्पताल सुधरने का नाम नहीं ले रहा है और लगातार इस अस्पताल से अवैध धनउगाही के मामले सामने आ रहे हैं जिसे लेकर कई बार लोगो ने आवाज उठाई लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई और न ही अस्पताल प्रशासन सुधरने का नाम ले रहा है। एक तरफ सरकार का दावा और दूसरी तरफ मानो सरकार को बदनाम करने की साजिश रची जा रही हो जिसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है।
ताजा मामला महिला अस्पताल में प्रसव के दौरान अवैध वसूली के खिलाफ छात्र नेता सामाजिक कार्यकर्ता रिपुंजय रमण पाठक रानू के नेतृत्व में युवाओं ने अस्पताल परिसर में सीएमएस कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए व सीएमएस कक्ष के सामने धरना प्रदर्शन किया गया। आरोप है कि 17 दिसंबर की रात माल्देपुर निवासी माधुरी शर्मा प्रसव के लिए जिला महिला अस्पताल आई थी जहां प्रसव के बाद पुत्र ने जन्म लिया। इस दौरान मरीज को टांका लगाने के नाम पर वहां ड्यूटी पर मौजूद स्टॉफ नर्स व अन्य लोगों द्वारा जबरदस्ती 2000 रुपए लिए गए। माधुरी की सास के बार– बार मना करने के बाद और खुद को गरीब बताए जाने के बाद भी वो लोग टांका लगाने से मना करते रहे।तत्पश्चात मरीज ने जिस बेटे को जन्म दिया उसे वहां से दलालों द्वारा बच्चे को एक निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। तीमारदार ने किसी तरह सामाजिक कार्यकर्ता रिपुंजय रमण पाठक रानू से सम्पर्क स्थापित कर मामले की जानकारी दी। रानू पाठक ने महिला अस्पताल में अपने साथियों के साथ पहुंच स्टाफ का नाम पता कर प्रसव के दौरान हो रहे अवैध वसूली की शिकायत ले कर सीएमएस के पास पहुंच गए जहां सीएमएस की गैर मौजूदगी में धरने पर बैठ गए। सीएमएस से वार्ता के दौरान पूरे स्टॉफ टीम को बुलाया गया और सीएमएस डॉ सुमिता सिंहा ने तत्काल कारवाई के लिए डिजी को पत्र लिख सस्पेंड किए जाने का आश्वासन दिया। रानू पाठक ने बताया कि लगातार आगाह कराने के बाद भी महिला अस्पताल में अवैध वसूली बंद नहीं की जा रही है यहां सीएमएस की मिलीभगत से रुई से लेकर सुई और जांच के बाद प्रसव कराने तक के लिए यहां अवैध शुल्क लिया जाता रहा है, शिकायत करने पर कुछ दिनों तक सब कुछ ठीक रखा जाता है फिर गरीबों का दोहन शुरू हो जाता है। जब हम छात्र यहां शिकायत को आए तो दर्जनों मरीजों से पैसे लेने की बात सामने आई और ये सब सीएमएस की मिलीभगत से होता है। इसके खिलाफ जल्द ही बृहद आन्दोलन करने की चेतावनी दी। कहा भ्रष्ट अधिकारी को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करने की मांग हम मुख्यमंत्री से करेंगे ताकि जिला महिला अस्पताल में आने वाले मरीजों से कोई अवैध वसूली न की जाए। इस दौरान मोहित गुप्ता,ऋषि विवेक, रंजीत चौहान,भीम यादव,गोल्डी शर्मा, कृष्णा जायसवाल,बबलू यादव, गोलू शर्मा, विवेक पाण्डेय, अभय सिंह, अमन कुमार, समित ओझा आदि रहे।
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