Ballia: स्नातक स्तर के विद्यार्थियों के लिए संचालित किया जा रहा Police Experiential Learning Programme
बलिया: एसपी विक्रान्त वीर के निर्देशन में Student Police Experiential Learning Programme (SPEL) कार्यक्रम के संबंध में अपर पुलिस अधीक्षक(दक्षिणी) कृपा शंकर के द्वारा टीडी कॉलेज बलिया में की गयी बैठक, अन्य पदाधिकारीगण रहे मौजूद ।
वर्ष 2023 से भारत सरकार के युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय के युवा कार्यक्रम विभाग द्वारा SPEL कार्यक्रम सभी राज्यों और संघशासित क्षेत्रों के पुलिस विभागों के सहयोग से स्नातक स्तर के विद्यार्थियों के लिए संचालित किया जा रहा।
अवधारणा (concept)-
अनुभवात्मक सिखलाई (Experiential Learning) की अवधारणा यह है कि यदि विधार्थी अपनी शैक्षिक संस्था के बाहर किसी व्यावसायिक (professional) संस्था में उस संस्था के विशेषज्ञों के पर्यवेक्षण में व्यावहारिक (practical) और स्वयं करके सीखने वाला (hands on) प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं, तो यह विद्यार्थियों के संज्ञानात्मक कौशल (cognitive skills) यानि कि उनकी सोचने, समझने, सीखने, तर्क करने की क्षमता, आदि में वृद्धि तो करता ही है, साथ ही साथ उनके लोक कौशल (people skills) यानि लोगों से प्रभावी संवाद और संपर्क स्थापित करने की क्षमता में भी गुणात्मक सुधार करता है। विद्यार्थी समाज के साथ क्रियाशील तरीके से जुड़ते हैं और सामाजिक-आर्थिक मुद्दों की व्यावहारिक समझ बढ़ने से उनको प्राप्त होने वाली अकादमिक शिक्षा पुष्ट होती है और वास्तविक जीवन की समस्याओं का समाधान निकालने की संभावनाएं बढ़ती हैं।
उद्देश्य (objective)-
1. इस कार्यक्रम के माध्यम से स्रातक स्तर के छात्र/छात्राओं को पुलिस थाने और अन्य पुलिस प्रतिष्ठानों में तीस दिवसीय अनुभवात्मक सिखलाई (Experiential Learning) इस उद्देश्य से करायी जायेगी कि छात्र/छात्राओं संज्ञानात्मक (Cognitive) कौशल व लोक कौशल (People skills) में सुधार हो और साथ ही साथ वे कानून और आपराधिक प्रक्रिया, आपराधिक अनुसंधान, यातायात नियंत्रण, साइबर क्राइम, मानव तस्फरी, कानून व्यवस्था, इत्यादि जैसे विषयों पर प्रशिक्षण इन्टर्न (INTERN) के रूप में प्राप्त कर सकें।
2. इस कार्यक्रम से जहाँ एक ओर विद्यार्थियों को इसका लाभ मिलेगा, जो उनके भविष्य के लिए उपयोगी होगा, तो दूसरी तरफ पुलिस के लिए भी यह एक ऐसा अवसर है कि वे युवा पीढ़ी में पुलिस मित्र बना सकें। प्रायः यह देखा जाता है कि परिश्रम करने के पश्चात भी पुलिस विभाग के कार्यों को वह प्रोत्साहन नहीं मिलता है, जिसकी अपेक्षा रहती है। SPELP एक ऐसा माध्यम है कि जिसके द्वारा हम छात्र/छात्नाओं को पुलिस के समक्ष आने वाली नित नई-2 चुनीतियों से अवगत कराकर आमजन में अपनी अच्छी छवि प्रस्तुत कर सकते हैं।
3. पुलिस के ये युवा मित्र स्वयं तो Experiential Learning से लाभान्वित तो होंगे ही, साथ ही पुलिस को नए सुझाव दे सकते हैं। सोशल मीडिया पर पुलिस के लिए सकारात्मक विचार प्रसारित करेंगे। पुलिस के ये युवा मित्र भविष्य में पुलिस brand ambassador भी बनेंगे।
4. यही सकारात्मक रूप से प्रेरित विद्यार्थी पुलिस विभाग में अपना करियर चुन सकते हैं।
SPEL के अंतर्गत विद्यार्थियों को प्रमुख रूप से निम्नलिखित बिंदुओं पर प्रशिक्षण दिया गया-
1. आपराधिक कानूनों और प्रक्रियाओं का आधारभूत ज्ञान।
2. आपराधिक अन्वेषण (criminal investigation) का आधारभूत ज्ञान।
3. यातायात प्रबंधन।
4. कानून-व्यवस्था और सामान्य पुलिसिंग सम्बन्धी आधारभूत ज्ञान।
5. नशा उन्मूलन सम्बन्धी ज्ञान।
6. अन्य कोई भी प्रशिक्षण, जो स्थानीय पुलिस अधिकारी उपयुक्त समझें।
SPEL कार्यक्रम संबंधी महत्त्वपूर्ण प्रक्रियाएं-
1. (स्रातक स्तर के विद्यार्थियों को क्रेडिट पॉइंट) युवा कार्यकम और खेल मंत्रालय के युवा
कार्यक्रम विभाग द्वारा संचालित यह कार्यकम छात्र प्रशिक्षण योजना के अन्तर्गत स्रातक छात्रों के लिए बनाया गया है। यू०जी०सी० द्वारा उच्च शिक्षा के छात्र/छात्राओं के लिए अनुभवात्मक सिखलाई (Experiential Learning) कार्यक्रम को अनिवार्य कर दिया गया है, जिसके लिए छात्रों को क्रेडिट प्वाइन्ट मिलेंगे और इसका उल्लेख इनकी मार्कशीट में भी होगा। (Programme Officer और NSS नोडल अधिकारी) विश्वविद्यालय/शिक्षण संस्थान के कार्यकम अधिकारी (Programme officer) /कार्यक्रम समन्वयक, NSS / NYKS के अधिकारी इस कार्यक्रम के कार्यान्वयन के नोडल अधिकारी होंगे।
2. (पुलिस नोडल अधिकारी) जनपद पुलिस से अपर पुलिस अधीक्षक/पुलिस उपाधीक्षक इस
कार्यक्रम हेतु नोडल अधिकारी होंगे। जिले के पुलिस नोडल अधिकारी इस कार्यक्रम हेतु स्थानीय सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए सभी या कुछ थानों को रजिस्टर कर सकते हैं। जो पुलिस स्टेशन इस कार्यकम में भाग लेना चाह रहे हैं, वे mybharat पोर्टल पर प्रयोगात्मक प्रशिक्षण हेतु अपने यहाँ स्थान (Learning slots) पोस्ट करेंगे।
3. (mybharat.gov.in पोर्टल पर पंजीकरण) युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय द्वारा एक आन-लाइन पोर्टल mybharat.gov.in विकसित किया गया है। जनपद के नोडल अधिकारी
व SHO/SO का इस पोर्टल में रजिस्ट्रेशन होना है। छात्रों को पंजीकरण हेतु mybharat.gov.in पोर्टल पर जाकर Experiential Learning page में खुद को
युवा के रूप में पंजीकृत करना होगा (Register as youth)। छात्रों द्वारा पंजीकरण तभी
सफल होगा, जब उनके संस्थान के कार्यक्रम अधिकारी (Programme Officer) द्वारा इसे
अनुमोदित किया जायेगा। जो छात्र SPELP में भाग लेना चाहते हैं, वे इस हेतु आवेदन
सम्बन्धित जिले ये थाने व नोडल अधिकारी को करेंगे।
4. (थानों के नोडल अधिकारी-कोतवाली,रसड़ा,बैरिया,पकड़ी, खेजुरी व नगरा) चयनित थानों पर एक उपनिरीक्षक/मुख्य आरक्षी को SPELP के लिए नोडल अधिकारी बनाया जाये, पर यह ध्यान रहे कि छान्र/छात्राओं को दिये जाने वाला यह प्रशिक्षण सिर्फ याने के नोडल अधिकारी का कार्य नहीं है। अपितु थाने के अन्य निरीक्षक/उपनिरीक्षक/मुख्य आरक्षी/आरक्षी सभी द्वारा आवश्यतानुसार यह कार्य किया जायेगा। इस कार्यक्रन के क्रियान्वयन को थाना प्रभारी अपने निकट पर्यवेक्षण में सम्पन्न करायेंगे। CO/ACP सप्ताह में कम से कम एकबार इन छात्रों के साथ मीटिंग अवश्य करें।
5. (थानों में आवेदन) जनपद के नोडल अधिकारी यह तय करेंगे कि कितने धानों पर यह
कार्यक्रम संचालित करना चाह रहे हैं। छात्र इस कार्यक्रम के लिए आवेदन करेंगे। उसके पश्चात
सम्बन्धित थाना इनमें से थाने के लिए निर्धारित संख्या के के अनुरूप छात्रों का चयन करेंगे
और इस हेतु नोडल अधिकारी का अनुमोदन प्राप्त करेंगे।
6. (प्रशिक्षण अवधि व क्षेत्र-कार्यालय संयोजन) प्रत्येक छात्र एक महीने तक प्रतिदिन चार घंटे
तक कार्य करेगा, जो कुल मिलाकर 120 घंटे की अनुभवात्मक शिक्षा होगी। 4 क्रेडिट पॉइंट्स
पाने के लिए 120 घण्टे पूर्ण करना होगा। दिनों की संख्या परिवर्तित की जा सकती। जनपदीय
पुलिस नोडल अधिकारी दिवस व समय में जनपदीय आवश्यकता के अनुसार परिवर्तन कर
सकते हैं, जैसे- यदि जनपद में कोई बड़ा आयोजन हो रहा हो, कानून व्यवस्था की स्थित
उत्पन्न हो रही हो, कोई VIP आगमन कार्यक्रम, आदि हो, तो उस दिन छात्रों को अपने स्तर से
अवकाश दे सकते हैं, किन्तु इसकी पूर्व सूचना छात्रों को दे देंगे, जिससे उनको कोई असुविधा न हो सके। प्रशिक्षण कार्यक्रम में फील्ड ट्रेनिंग व कार्यालय कार्य का संयोजन किया जा सकता है।
7. (रिक्तियाँ और तिथियाँ) जनपदीय पुलिस नोडल अधिकारी स्थान कार्यभार व पुलिस स्टेशन की क्षमताओं के आधार पर प्रत्येक पुलिस स्टेशन में उपलब्ध रिक्तियों की संख्या (2 से 10 के
बीच) निर्धारित करेगा। नोडल अधिकारी पुलिस स्टेशन के लिए अनुभवात्मक शिक्षण कार्यक्रम की आरम्भ व समात्ति तिथि का उल्लेख करेगा।
8. (पोर्टल द्वारा मिलान) नोडल अधिकारी द्वारा पोस्ट किया गया अवसर उन छात्रों को दिखायी देगा, जिन्होंने पोर्टल पर पंजीकरण कराया है और जो पुलिस स्टेशन के आस-पास रह रहे हैं। पोर्टल भौगोलिक स्थिति से मिलान करने के लिए SSP/SP कार्यालय और छात्रों द्वारा दर्ज किये गये पुलिस स्टेशन के पिन कोड का उपयोग करेगा। छात्र अपने सामने आने वाले अवसरों के लिए आवेदन करेंगे और उनका विवरण वाद में mybharat पोर्टल पर उनके अकाउन्ट में नोडल अधिकारी को दिखायी देगा।
9. (विद्यार्थियों का चयन) छात्रों का चयन कालेज/संस्था, NYKS/NSS अधिकारियों और पुलिस नोडल अधिकारी द्वारा किया जायेगा। चयनित छात्रों की अन्तिम सूची नोडल पुलिस अधिकारी कार्यालय से सम्बन्धित पुलिस स्टेशनों को प्रसारित की जायेगी और छात्रों को कार्यक्रम के लिए पुलिस स्टेशन के असाइन्मेन्ट के बारे में युवा पोर्टल के माध्यम से सूचित किया जायेगा।
चयन करते समय निम्नलिखित विंदुओं का ध्यान रखा जाएगा:
० जिन छात्रों का अकादमिक रिकार्ड अच्छा है और उनके संस्थानों की युवा सम्बन्धी
गतिविधियों में पृष्ठभूमि है, उन्हें अनुभवात्मक शिक्षा के लिए प्राथमिकता दी जायेगी।
० वे राज्य के मान्यता प्रासत उज्च शिक्षण संस्थान के नियमित छात्र होने चाहिए।
NSS/NCC/NYKS/NGO जैसी गतिविधियों में भागीदारी के अनुभव को पाँच प्रतिशत तक महत्व दिया जायेगा। केवल वे छात्र ही पात्र होंगे जिन्होंने अपने तीन या चार वर्ष के कोर्स में एक वर्ष पूरा कर लिया हो।
० उनके पास अच्छा और नैतिक चरित्र एवं साफ पुलिस रिकार्ड होना चाहिए।
० स्थानीय भाषा पढ़ने व लिखने में पारंगत हों।
० पुलिस स्टेशन के माहौल में काम करने के लिए इच्छुक और सक्षम होना चाहिए।
० वाह्य गतिविधियों में भाग लेने के लिए इच्छुक एवं सक्षम होना चाहिए।
० तैनाती के स्थान पर स्वयं नियमित रूप से आने जाने में सक्षम होना चाहिए।
० चिकित्सकीय व शारीरिक रूप से फिट होना चाहिए।
० आवेदकों के समूह को उनके अंकों के आधार पर प्राथमिकता (95%) और उनके द्वारा की गयी सामुदायिक सेवा (5%) को प्राथमिकता देकर छात्रों को साक्षात्कार के लिए बुलाया जायेगा। नोडल अधिकारी प्रत्येक थाने के लिए उनकी आवश्यकता के अनुसार युवाओं का चयन करेंगे। थाने के लिए निर्धारित रिक्ति से अधिक आवेदन आने की स्थिति में अधिक उम्र वाले छात्रों को प्राथनिकता देते हुये जन्म तिथि का उपयोग करके शार्टलिस्टिंग की जा सकती है, यदि रिक्त पदों के सापेक्ष अधिक आवेदन प्राप्त हुए हों।
नोडल अधिकारी प्रत्येक थाने के लिए उनकी आवश्यकता के अनुसार युवाओं का चयन करेंगे। थाने के लिए निर्धारित रिक्ति से अधिक आवेदन आने की स्थिति में अधिक उम्र वाले छात्रों को प्राथनिकता देते हुये जन्म तिथि का उपयोग करके शार्टलिस्टिंग की जा सकती है, यदि रिक्त पदों के सापेक्ष अधिक आवेदन प्राप्त हुए हों।
(प्रशिक्षण प्रदाता और रिपोर्टिंग प्रक्रिया) चयनित छात्रों को सम्बन्धित पुलिस स्टेशन के स्थानीय पुलिस अधिकारियों द्वारा प्रशिक्षित किया जायेगा। चयनित छात्रों को पुलिस विभाग के उपयुक्त प्राधिकारी द्वारा हस्ताक्षरित अनुभवात्मक शिक्षा का एक अनोपचारिक पत्र दिया जायेगा। सम्बन्धित पुलिस स्टेशन अनुभवात्मक शिक्षा की शुरूआत से पहले प्रशिक्षुओं द्वारा की जाने वाली दिनवार गतिविधियों की रूपरेखा वताते हुये एक परिपत्र जारी करेगा। वे सम्बन्धित थाने में रिपोर्ट करेंगे और रोजाना अपनी हाजिरी लगायेंगे। नियमित उपस्थिति पत्रक को एक कार्यडायरी के साथ रखा जायेगा, जिसको थाना प्रभारी द्वारा प्रतिहस्ताक्षरित किया जायेगा। (प्रतिभागी छात्रों का पर्यवेक्षण और मूल्यांकन) इनका पर्यवेक्षण सम्बन्धित पुलिस अधिकारियों व NSS/NYKS के अधिकारियों द्वारा किया जायेगा। उनके कार्य, समाज के सदस्यों के साथ व्यवहार, पुलिस के साथ किया गया व्यवहार व आम जनता के साथ संवाद के आधार पर उनकी कार्यकुशलता व प्रदर्शन के आधार पर ग्रेड का निर्धारण किया जायेगा। अनुभवात्मफ शिक्षा के 120 घंटे (30 दिवस के लिए प्रतिदिन 4 घंटे) पूरे होने पर छात्र अपने संस्थान/कालेज में इस संबंध में एक रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। थाना प्रभारी छात्र की रिपोर्ट नोडल पुलिस अधिकारी के अनुमोदन के पश्चात कालेज/संस्थान को सौंपेंगे। (प्रतिभागियों से अपेक्षा) छात्रों से अपेक्षा की जाती है कि वे प्रशिक्षण कार्यकम में भाग लें व थाना प्रभारी द्वारा बताये गये कर्तव्यों (Task) को पूरा करें। (SPEL कार्यक्रम का प्रमाणपत्र) 120 घंटा का प्रशिक्षण पूर्ण होने पर छात्रों को नोडल पुलिस अधिकारी द्वारा निर्धारित प्रारूप में प्रमाण पत्र प्रदान किया जायेगा।
इस अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक (दक्षिणी) कृपा शंकर, प्रो0 रविन्द्र नाथ मिश्र (प्राचार्य), प्रभारी निरीक्षक कोतवाली योगेन्द्र बहादुर सिंह, नोडल अधिकारी उ0नि0 ज्ञान चन्द्र शुक्ला व अन्य पदाधिकारीगण मौजूद रहें ।
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