श्रीकृष्ण जन्म की कथा सुन भाव विभोर हुए श्रोता
बस्ती। भगवान श्रीकृष्ण की जन्म कथा का प्रसंग सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो उठे। कथा व्यास पंडित देवस्य मिश्र ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने अपने भक्तों का उद्धार व पृथ्वी को दैत्य शक्तियों से मुक्त कराने के लिए अवतार लिया था। उन्होंने कहा कि जब-जब पृथ्वी पर धर्म की हानि होती है, तब-तब भगवान धरती पर अवतरित होते हैं। बस्ती सदर तहसील के दसकोलवा गांव में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन गुरुवार को भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का प्रसंग व उनके जन्म लेने के गूढ़ रहस्यों को कथा व्यास ने बेहद संजीदगी के साथ सुनाया।
कथा प्रसंग सुनाते हुए कथा व्यास पंडित देवस्य मिश्र ने बताया कि जब अत्याचारी कंस के पापों से धरती डोलने लगी, तो भगवान कृष्ण को अवतरित होना पड़ा। सात संतानों के बाद जब देवकी गर्भवती हुई, तो उसे अपनी इस संतान की मृत्यु का भय सता रहा था। भगवान की लीला वे स्वयं ही समझ सकते हैं। भगवान कृष्ण के जन्म लेते ही जेल के सभी बंधन टूट गए और भगवान श्रीकृष्ण गोकुल पहुंच गए। कथा का संगीतमयी वर्णन सुन श्रद्धालु गण झूमने लगे। इस दौरान मुख्य यजमान रामकमल पाण्डेय, सावित्री देवी, धर्मेंद्र पाण्डेय, सरिता पाण्डेय, जितेंद्र पाण्डेय, पूजा पाण्डेय, उदय पाण्डेय, अजय पाण्डेय, धनंजय तिवारी, ज्योति तिवारी, कुलदीप शुक्ला, दुर्गा शुक्ल, विवेक तिवारी, सीता तिवारी, राज पाण्डेय,आचार्य सूर्यभान पाण्डेय,पं0 अर्पित शुक्ला सहित सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
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