Basti News: अमहट घाट पर भव्य कुवानों आरती का हुआ आयोजन, लोगों ने स्वच्छ रखने का लिया संकल्प
चित्रांश क्लब के कुंआनो आरती में उमड़ी आस्थाः मंगलगान के साथ जले हजारोें विश्वास के दीपक
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूूम, राम दरबार रहा आकर्षण का केन्द्रबस्ती । चित्रांश क्लब द्वारा मंगलवार की देर शाम अमहट घाट पर कुआनो नदी की आरती आस्था, प्रार्थना के साथ सम्पन्न हुई। लोगों ने कुआनो नदी को प्रदूषण मुक्त कराने का शपथ लेने के साथ ही पवित्र कुंआनो से सुखद जीवन की प्रार्थना किया । आयोजित भण्डारे में आरती के बाद श्रद्धालुओं में प्रसाद का वितरण किया गया। वृन्दावन के कलाकारोें ने झांकी और अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रमों के द्वारा उपस्थित लोगोें का मन मोह लिया। जीवीएम के छात्रों ने श्रीराम दरबार की झांकी लगायी जो आकर्षण का केन्द्र रही।
कार्यक्रम के आरम्भ में कुंआनों की स्वच्छता के लिये पूर्व सांसद अष्टभुजा प्रसाद शुक्ल, पूर्व विधायक दयाराम चौधरी, नगर पालिका अध्यक्ष नेहा वर्मा, प्रतिनिधि अंकुर वर्मा , सिद्धार्थशंकर मिश्र, पवन कसौधन, के साथ ही हजारों की संख्या में लोग कुंआनो आरती के साक्षी बने। क्लब संस्थापक राजेश चित्रगुप्त, संरक्षक सन्तोष सिंह, राम कमल सिंह, दिनेश श्रीवास्तव, राजेश श्रीवास्तव, अध्यक्ष अविनाश श्रीवास्तव, महामंत्री शेष नरायन गुप्ता, प्रतिमा श्रीवास्तव, अजय कुमार श्रीवास्तव, रत्नाकर श्रीवास्तव आदर्श, कृष्ण कुमार प्रजापति, डा. वी.के. श्रीवास्तव, प्रकाश मोहन श्रीवास्तव, सर्वेश श्रीवास्तव आदि ने कहा कि आयोजन का मुख्य उद्देश्य बस्ती जनपद की जीवन रेखा कुंआनों से प्रदूषण से मुक्ति दिलाने का है। जब तक कुंआनों प्रदूषण मुक्त नहीं हो जाती चित्रांश क्लब का अभियान जारी रहेगा। वक्ताओं ने कहा कि लम्बे प्रसास के बाद कुंआनों की जल धारा में कुछ सुधार हुआ है।
अमहट घाट पर हजारों की संख्या में महिलाएं, बच्चे, पुरुष कुंआनो आरती के साक्षी बने। इस दौरान मंगलगान हुआ और दीप जलाकर कुंआनों नदी की आरती उतारी गई। सैकड़ों हाथ कुआनों की अस्मिता बचाने को आगे आए। कुछ ही पल में समूचा घाट जगमगाने लगा। इस दौरान हर किसी ने बस्ती की पौराणिक धरोहर कुआनो को प्रदूषणमुक्त रखने का संकल्प लिया गया। कार्यक्रम की तैयारी महीनों से चल रही थी।
चित्रांश क्लब के निमंत्रण पर शाम होते ही अमहट घाट पर शहर के समाजसेवियों, राजनीतिज्ञों, प्रबुद्धजनों एवं महिलाओं का तांता लगने लगा। कुछ ही देर में बड़ी संख्या में लोग एकत्र हो गये। आयोजकों ने कुआनों आरती के उद्देश्य से सभी को अवगत कराया। कहा यह नदी बस्ती की पौराणिक धरोहर है. इसका क्षरण नहीं होने दिया जाएगा। नदी को प्रदूषणमुक्त रखना होगा। इसके लिए आरती के जरिए आम जनमानस को जागरूक किया जा रहा है। उपस्थिति लोगों के माथे पर तिलक लगाया गया। शाम ढलने के वक्त घाट पर लोग कतारबद्ध हो गए, हर कोई हाथ में फूल और दीपक के साथ आरती गाने लगा। आरती करने वालों पर फूलों की वर्षा की गई। पूरा क्षेत्र दीपक के प्रकाश से जगमगाने रहा था। बीच-बीच में देवी-देवताओं के जयकारों का उद्घोष भी हुआ, जिससे माहौल पूरी तरह भक्तिमय हो गया। इस दौरान गंगा आरती की तर्ज पर लोगों ने कुशल क्षेम की मन्नतें भी मांगी. चित्रांश क्लब के पूर्व अध्यक्ष जी. रहमान, रेखा चित्रगुप्त, अर्चना श्रीवास्तव, संध्या दीक्षित, प्रतिमा श्रीवास्तव, लक्ष्मी अरोरा, संध्या पाण्डेय, संजू श्रीवास्तव, संज्ञा श्रीवास्तव, सुमन, रागिनी, ममता श्रीवास्तव, प्रतिभा श्रीवास्तव, शीला पाठक, हिना खातून, इन्दू चित्रगुप्त, किरन श्रीवास्तव आदि ने उपस्थित लोगों का स्वागत करते हुये कहा कि सामूहिक प्रयास से कार्यक्रम सफल रहा। चित्रांश क्लब अध्यक्ष अविनाश श्रीवास्तव ने सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ संचालन करते हुये उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। पं. सरोज मिश्र के संयोजन में आरती सम्पन्न हुई।
कार्यक्रम में अतुल चित्रगुप्त, जगदीश शुक्ल, अखिलेश सिंह, जे.पी. तिवारी, राम प्रताप सिंह, वृजेश मिश्र, गजेन्द्र सिंह, पवन कसौधन, राय अंकुरम, डा. नवीन सिंह, जितेन्द्र यादव, रघुनन्दन राम साहु, अमरमणि पाण्डेय, मुन्ना सिंह, पंकज त्रिपाठी, रमेश, राजकुमार शुक्ल, राजेश श्रीवास्तव, राहुल श्रीवास्तव, रामानंद नन्हे भइया, संरक्षक परमेश्वर शुक्ल, गोपेश्वर त्रिपाठी, अशोक श्रीवास्तव, उमंग शुक्ल, अमर सोनी, निधि श्रीवास्तवा, अवनीश सिंह, रणदीप माथुर, सौरभ तिवारी, मुजीब, अमृतपाल ‘सनम’ दुर्गेश श्रीवास्तव, अभिषेक गुप्ता, मो0 इस्माइल, सन्तोष शुक्ल, शरद रावत, सूर्य कुमार शुक्ल, अमरमणि पाण्डेय, अखिलेश श्रीवास्तव, सुनील गुप्ता, दुर्गेश श्रीवास्तव, मो0 इस्माइल, रूपेश श्रीवास्तव, नीरज सिंह, राम विनय पाण्डेय, रिंकू सिंह, मनमोहन श्रीवास्तव ‘काजू’ राजेश श्रीवास्तव, मयंक श्रीवास्तव, आशीष श्रीवास्तव, अनिल श्रीवास्तव , अमित चौबे, अभिषेक गुप्ता, सूरज गुप्ता, अपूर्व शुक्ला, अशोक श्रीवास्तव, देवेन्द्र श्रीवास्तव, के साथ ही हजारों की संख्या में लोगों ने आस्था के इस महान संकल्प में योगदान दिया। प्रशासन द्वारा सुरक्षा और प्रकाश व्यवस्था का व्यापक प्रबन्ध किया गया था।
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