UP News: 56 साल बाद गांव पहुँचा शहीद फौजी मलखान सिंह का पार्थिक शरीर, उमड़ पड़ा क्षेत्र जवार
UP: सहारनपुर जनपद के नानौता क्षेत्र के गांव फतेहपुर निवासी वायु सैना में तैनात मलखान सिंह देश की रक्षा करते हुए 7 फरवरी 1968 में हिमाचल प्रदेश के रोहतांग पास में भारतीय वायुसेना का विमान खराब मौसम के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। दुर्घटना में विमान में सवार 102 लोगों की मौत हो गई थी। अटल सरकार के कार्यकाल से 2003 में सेना ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया और 2019 तक 5 शव बरामद किए। अभी हाल ही में कुछ समय पहले सेना को 4 शव और मिले, तो एक फौजी की पहचान नानौता थाना के ग्राम फतेहपुर निवासी मलखान सिंह के रूप में हुई। मलखान सिंह शादी शुदा थे और उनके एक पुत्र रामप्रसाद था, जिसकी मृत्यु हो चुकी है। उनके पोते गौतम और मनीष मजदूरी करते हैं। सोमवार को जब यह खबर सेना के जवानों ने परिवार को आकर दी तो गांव का माहौल गमगीन हो गया। बुधवार को मलखान सिंह फौजी का पार्थिव शरीर 56 साल बाद गांव में पहुंचा गांव वालो ने उनके आने की खुशी में गांव में गुबारे लगाकर गांव को सजाया गया बूढ़े बच्चे महिलाए युवा सुबह से फौजी मलखान का इंतजार कर रहे।
फौजी का पार्थिक शरीर पहले सरसावा एयर फोर्स पहुँचा, फिर सरकार से कर्नल मेजर बटालियन के साथ समान सहित ननोता के गांव फतेहपुर पहुंचा जहां सुबह से उनके परिवार ओर उनके गांव और आसपास के लोग हवाई पर हजारों की भीड़ उनके समान के लिए मौजूद थी। ग्रामीणों के साथ तिरंगे के साथ देशभक्ति के गानों के साथ गांव तक उनका पार्थिक शरीए अपने घर तक पहुंचा। फोजी मलखान के बेटे राम प्रसाद की बहु ने बताया की उनके पति राम प्रसाद की जब शादी हुई थी वो तब भी नही आए थे उन्हें हमने देखा हमारे बच्चों को भी शादी हो गई किसी ने नही देखा थाने से सूचना कल प्राप्त हुई थी और गांव में गम के साथ खुशी का भी माहोल है। सैनिक मलखान के पार्थिक शरीर के साथ कर्नल लवदीप यादव भी पहुंचे जहा उन्होंने बताया की फाेजी मलखान सिंह पानियर रजिमेंट में थे 1968 में चंडी मंडी से अपनी पोस्ट के लिए विमान से से कु सेक्टर,शुगर में जा रहा थे विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया विमान में 102 लोग सवार थे जिसमे चार सैनिक के शव मिले है, जिसमे सहारनपुर के मलखान सिंह भी थे उनकी पहचान और चिन्हित किया गया और लगातार हमारी दो टीमें लगातार वहां जाकर तलास कर रहे थे। उसी में चार शव मिले थे जिसमें एक मलखान सिंह शव मिला है। आज उनका पार्थिक शरीर सम्मान के साथ गांव पहुंचा उन्हे शहीद का दर्जा दिया गया है। ऐसा कुछ भी नही की ये मलखान नही हे हमारे पास मिल्ट्री में रिकॉड में सभी का लेखा जोखा होता है।
मलखान सिंह की साली और भानोई ने बताया कि और उनके दोस्तों ने कभी ऐसा सोचा नहीं था कि वह मलखान सिंह आज हमारे बीच वापस आएंगे मलखान सिंह ने हमारी शादी भी कराई थी हमारे साथ घूमते फिरते भी थे परिवार के लोगों के बीच बैठते थे साथी उनके एक दोस्त ने उनका ऐसा राज भी बताया कि दोस्त ने बताया कि मलखान सिंह हमारे साथ ही खेलते कूदते थे और 19 साल की उम्र में फौज में चले गए थे और वहां से छोड़कर भाग भी आए थे यहां आकर हमारे साथ झोटा बुग्गी चलते थे पर एक बार फौज के कुछ सैनिक आए और उन्हें फिर अपने साथ ले गए तब से आज तक उनका कुछ पता नहीं चला था नहीं गांव में या उनके परिवार में किसी से उनका कोई संपर्क नही हुआ। आज पूरा गांव और उनके सम्मान के लिए सुबह से हाइवे पर इंतजार कर रहा था गांव को गुब्बारों से सजाया गया और उनके पार्थिक शरीर को गांव के लोगो ने फूलों की वर्षा भी की गई है।
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