बस्ती में पांचवे वर्ष होगा प्रभु श्री राम जी की जीवन लीला का भव्य मंचन,बाल कलाकारों द्वारा श्रीरामलीला महोत्सव....
सनातन धर्म संस्था-बस्ती की पहल...
18 विद्यालयों के 600 बच्चे इस महामहोत्सव में होंगे सहभागी
-10 विद्यालय करेंगे श्रीमद्भगवद्गीता से श्री कृष्ण अर्जुन संवाद का मंचन
बस्ती। सनातन धर्म संस्था, बस्ती द्वारा आयोजित पंचम वर्ष का श्री रामलीला महोत्सव इस बार पूरी भव्यता के साथ होगी। 03 नवम्बर से श्री रामलीला का शुभारंभ होगा और 12 नवम्बर को भगवान श्रीराम के राज्यभिषेक के साथ श्रीराम लीला पूर्ण होगी। इस वर्ष भी श्री रामलीला महोत्सव के मंचन का स्थान- बस्ती क्लब मैरेज हाल के खुले प्रांगण में किया जाएगा। आयोजन समिति की ओर से प्रेस क्लब में हुई पत्रकार वार्ता में समिति के सदस्य कर्नल के सी मिश्र ने बताया कि 03 नवम्बर को विघ्नहर्ता श्री गणेश जी के पूजन के साथ श्री रामलीला महोत्सव का भव्य शुभारंभ होगा। उन्होंने बताया कि इस बार का कार्यक्रम विशेष होने वाला है क्योंकि इस बार जिले के 18 विद्यालयों के लगभग 600 बच्चे मंचन करेंगे। मंचन को सुंदर बनाने के लिये श्री धनुषधारी रामलीला मण्डल अयोध्या धाम का सहयोग लिया गया है। प्रत्येक विद्यालय में विद्यालय के शिक्षक गण प्रशिक्षक के रूप मे विद्यालय के बच्चों को मंचन हेतु तैयार कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि बस्ती का जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, उपजिलाधिकारी बस्ती, नगरपालिका अध्यक्ष व अधिशाषी अधिकारी नगरपालिका बस्ती आदि का सहयोग कार्यक्रम को सुंदर बनाने में उपयोगी साबित हो रहा है।
समिति के सदस्य कैलाश नाथ दूबे ने बताया कि भगवान श्री राम इस संसार की आत्मा हैं, मनुष्य के रूप में नारायण के अवतार में मनुष्यों में सबसे अधिक मर्यादित व उनका जीवन चरित्र सर्वोत्तम है, उनके जीवन से सहजता से बहुत कुछ सीखा जा सकता है, उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी भगवान राम के आचरण, उनके चरित्र, उनके गुणों को धारण करे, अधर्म के मार्ग पर चलने बचे, धर्म व सत्य के मार्ग का अनुसरण करे, पिता, माता, जन्मभूमि, राष्ट्र, धर्म के प्रति अपने कर्तव्यों को समझें। जिस प्रकार से भगवान श्री राम जी ने वनवासी जनजातियों, कोल कोल भीलों आदि के साथ मिलकर जाति- पाति, ऊंच- नीच का भेद मिटाकर सबको धर्म से जोड़ा उसी तरह आने वाली पीढ़ी उनके आचरण को अपनाकर समाज के शोषित, वंचित लोगों का सहयोग करे उन्हें सनातन धर्म से जोड़े और भारत की अखंडता हेतु शस्त्र व शास्त्रों की विद्या में रुचि लें जिससे संसार का कल्याण हो सके। उन्होंने बताया कि भगवान श्री राम जी का जीवन ही सहजता से ग्रहण करने योग्य व सर्वविधि कल्याणकारी है, इसलिए यह महामहोत्सव 600 बच्चों उनके 600 परिवारों, शिक्षक शिक्षिकाओं के साथ हजारों की संख्या में प्रभु भक्ति के पावन रस का अमृतपान करने वाले दर्शकों के लिए अमूल्य निधि बन रहा है।
उन्होंने कहा वर्तमान समय में भगवान श्रीकृष्ण द्वारा सम्पूर्ण जगत के कल्याण के लिये मानव मात्र के उत्थान के लिए दिया गया श्रीमद्भगवद्गीता का ज्ञान होना सबको आवश्यक है।
श्री कृष्ण अर्जुन संवाद के माध्यम से नई पीढ़ी के द्वारा सर्व समाज को गीता जी के मंत्रों से दिया जाने वाला उपदेश बहुत ही लाभकारी सिद्ध होगा।
कैलाश नाथ दूबे ने कहा कि सनातन धर्म संस्था, शाशन प्रसाशन की अनुमति और उनके निर्देशों का पालन करते हुए विशुद्ध रूप से भारतीय संस्कृति व धर्म पर आधारित यह महोत्सव आयोजित कर रही है। नई पीढ़ी इससे जुड़ सके इसके लिए भी श्री रामलीला आयोजन समिति के सदस्य ध्यान दे रहे हैं।
समिति के सदस्य डा. शैलेश सिंह ने कहा कि प्रभु श्री राम जगत के रक्षक है उनकी लीला देखकर हम हर दिन बहुत कुछ सीखेंगे। उन्होंने परिवार के साथ श्री रामलीला महोत्सव में आने की अपील की। उन्होंने कहा कि हमारा सौभाग्य है कि हम अपनी परंपरा को बनाए हुए हैं और जन जन को श्री राम जी से जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वह पूरे परिसर में स्वच्छता और लाइट आदि की व्यवस्थाएं ठीक कराएंगे।
उन्होंने बताया कि आयोजन समिति के लोग टोली बनाकर नगर के मोहल्लों में प्रभात फेरी के माध्यम से प्रचार में लगेंगे, धर्म प्रिय जनता अभी से इस कार्यक्रम के लिए बहुत ही उत्सुक दिख रही है। उन्होंने समाज के सभी धार्मिक जनों से सहयोग व श्री राम लीला महोत्सव में आने की अपील की है।
प्रेस वार्ता में मुकतेश्वर नाथ आजाद, अंकुर यादव, डा. वीरेंद्र तिवारी, अतुल चित्रगुप्त, अखिलेश दूबे, राम दरश प्रजापति, आदर्श त्रिपाठी, अनुराग शुक्ल, पंकज त्रिपाठी आदि उपस्थित रहे।
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