ग्रामीण स्वास्थ्य सेवक वेलफेयर एसोसिएशन के बैनरतले झोलाछाप डॉक्टरों ने बनाई रणनीति
बस्ती। एक समाचार पत्र में प्रकाशित खबर को लेकर ग्रामीण स्वास्थ्य सेवक वेलफेयर एसोसिएशन से जुड़े झोलाछाप चिकित्सक आन्दोलन की राह अख्तियार कर लिये हैं। पिछले दिनों एक समाचार पत्र में प्रकाशित खबर आग की तरह फ़ैल गई है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ झोला छाप डाक्टरों पर अभियान चला कर उन्हें जेल भेजने का कार्य करेंगे। ग्रामीण चिकित्सकों में मची खलबली और भारी मांग को लेकर ग्रामीण स्वास्थ्य सेवक वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ प्रेम त्रिपाठी सभी जनपदों में प्राथमिक उपचार कर रहे स्वास्थ्य सेवकों की लगातार बैठक ले रहे हैं। शनिवार को बस्ती जनपद के गौर ब्लॉक अध्यक्ष सत्यम विश्वास तथा परशुरामपुर ब्लाक इकाई की बैठक प्रशांत कुमार के नेतृत्व में आयोजित किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीण स्वास्थ्य सेवकों ने भाग लिया।
बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया कि सम्पूर्ण परशुरामपुर ब्लाक के स्वास्थ्य सेवक अपनी क्लिनिक बन्द रखेंगे। साथ ही सभी मेडिकल स्टोर भी बन्द रहेंगे। यह बन्दी सोमवार को भी जारी रहेगा जिसमें सभी स्वास्थ्य सेवक बढ़ चढ़ कर हिस्सेदारी निभा रहे हैं।
मेडिकल स्टोर और झोला छाप चिकित्सकों के सामूहिक बन्दी से परशुरामपुर ब्लाक की जनता को स्वास्थ्य सेवाओं के लिए इधर उधर भटकने पर मजबूर होना पड़ रहा है। सीएचसी और पीएचसी पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी है अगर यही स्थिति बनी रही तो छोटी छोटी बीमारियों खांसी, जुकाम, बुखार के लिए जनता को हलकान होना पड़ेगा।
इस सम्बन्ध में संगठन के जिलाध्यक्ष डॉ लालजी आजाद ने बताया कि अगर सरकार अपने फैसले वापस नहीं लेती है तो परशुरामपुर ब्लाक के साथ ही साथ पूरे जिले में मेडिकल स्टोर और झोला छाप चिकित्सक अपनी सेवाएं पूरी तरह बन्द रखेंगे।
उन्होंने कहा कि संगठन लगातार कई वर्षों से ग्रामीण स्वास्थ्य सेवकों को प्रशिक्षित कर उनके रजिस्ट्रेशन की मांग करता आ रहा है। यदि मांगें पूरी नहीं हुई तो राष्ट्रीय अध्यक्ष की अनुमति मिलते ही ग्रामीण स्वास्थ्य सेवक राजधानी लखनऊ के लिए कूच करेंगे।
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