National News: सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर मायावती का बयान आया सामने, कही यह बात
सुप्रीम कोर्ट के फैसले का मायावती ने किया विरोध, बोलीं- एससी/एसटी के बीच उपजाति का विभाजन करना सही नहीं, केंद्र-राज्य में टकराव बढ़ेगा
लखनऊ: मायावती ने रविवार को लखनऊ स्थित अपने पार्टी कार्यालय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। बसपा सुप्रीमो ने यह भी कहा कि आरक्षण पर नई सूची बनाने से कई तरह की परेशानी होगी। पंजाब राज्य के मामले में 20 साल पहले के फैसले पर सुनवाई सही नहीं है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले से कहीं न कहीं आरक्षण को खत्म करने का प्लान है। सुप्रीमो कोर्ट को अपने फैसले में यह मानक भी तैयार करना चाहिए था कि क्रीमीलेयर का मानक क्या है ? कौन जाति इस दायरे में आएगी ? बसपा सुप्रीमो ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने 2004 के अपने फैसले को पलट दिया है। सरकारें मनचाही जातियों को आरक्षण देने का काम करेंगी, इससे असंतोष की भावना उत्पन्न होगी। मायावती ने कहा कि इससे SC-ST आरक्षण सामान्य वर्ग को जा सकता है। केंद्र-राज्य सरकारों में मतभेद की स्थिति बनेगी। हम बीजेपी और कांग्रेस को कोस सकते हैं, इनको सही पैरवी करनी थी। सुप्रीम कोर्ट से यही कहेंगे कि अपने फैसले पर पुनर्विचार करें। इसको बदलें, बहुत बुरा हुआ है।
बता दें की सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को SC-ST श्रेणियों में ही उप-वर्गीकरण (कोटे के अंदर कोटा) की वैधता पर फैसला सुनाया। कोर्ट ने राज्यों को अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों में उप-वर्गीकरण यानी कोटे के अंदर कोटे की इजाजत दी।
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