जड़ी बूटी दिवस के रूप में मनाया गया आचार्य बालकृष्ण का जन्मदिवस
बस्ती 4 अगस्त। विश्व संवाद परिषद एवं इंडियन योग एसोसिएशन के तत्वावधान में आयुर्वेद शिरोमणि आचार्य बालकृष्ण जी के जन्मदिवस को जड़ी बूटी दिवस के रूप में मनाया गया। औषधीय पौधों का वितरण किया गया।
कटेश्वर पार्क में आयोजित कार्यक्रम में विश्व संवाद परिषद योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय महासचिव एवं इंडियन योग एसोसिएशन के उ.प्र.संयुक्त सचिव प्रोफेसर डॉ नवीन सिंह ने तुलसी के पौधे के महत्व के बारे में जानकारी दी। कहा कि आज के समय में हर घर में तुलसी के पौधे होने चाहिए, तुलसी में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल और एंटी-फंगल गुण होते हैं जो हमें कई तरह के संक्रमणों से बचाते हैं। तुलसी में मौजूद कैम्फीन, सिनेओल और यूजेनॉल छाती में ठंड और जमाव को कम करने में मदद करते हैं। तुलसी के पत्तों का रस शहद और अदरक के साथ मिलाकर सेवन करने से ब्रोंकाइटिस, दमा, इन्फ्लुएंजा, खांसी और सर्दी में असरदार होता है।
इंडियन योग एसोसिएशन के जिला महासचिव योगाचार्य राम मोहन पाल ने बताया कि तुलसी का प्रयोग त्वचा रोग सर्दी खांसी, श्वास कष्ट, गले में खराश, ब्रोंकाइटिस, अस्थमा , रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने आदि में लाभदायक है तुलसी में शत प्रतिशत ऑक्सीजन होने के कारण यह आसपास के वातावरण को शुद्ध रखता है।
कार्यक्रम में युवा प्रभारी सनातन धर्म संस्था के सदस्य अनुराग शुक्ल, माता शकुंतला, सौरभ तुलस्यान, वेदांत सिंह, नवजोत सिंह सिद्धांत सिंह शिवम, अनुराधा शुक्ला, श्रीमती वीना, देवेंद्र प्रताप, देवांशी आदि उपस्थित रहे ।
Post a Comment