जनहित की मांगों को लेकर 12 अगस्त से जिलाधिकारी कार्यालय पर धरने देंगे सुदामा
पत्र देकर समस्या समाधान न होने की दशा में दिया बेमियादी धरने की जानकारी
बस्ती। जनहित के विभिन्न मांग पत्रों पर कोई कार्यवाही न होने के चलते 12 अगस्त दिन सोमवार से भाजपा नेता व समाजसेवी चन्द्रमणि पाण्डेय ‘सुदामा’ द्वारा अनिश्चितकालीन धरना दिया जायेगा।
चन्द्रमणि पाण्डेय ‘सुदामा’ ने प्रेस को जारी विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि वे भारतीय जनता पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता होने के साथ साथ निरन्तर जनहित समाज हित में काम करने सामाजिक समस्याओं को उच्चाधिकारियों के पटल पर पहुंचा कर लोगों को न्याय दिलाने का काम करते रहे है । बीते कुछ दिनों से जनपद के अधिकारियों द्वारा कार्यकर्ताओं के मांग पत्र पर कार्यवाही तो दूर उल्टा उनको ही परेशान कर जनहित में आवाज दबाना चाह रहे हैं। इससे जहां आम जनता के हित में काम नहीं हो पा रहा है वहीं सरकार की भी छवि धूमिल हो रही है और कुछ अधिकारी तो जानबूझकर सरकार की छवि धूमिल करने पर लगे हुए हैं ।
इसी क्रम में बस्ती जनपद के विकास खण्ड हर्रैया में लगातार तीन वर्षों से तैनात खण्ड शिक्षा अधिकारी बड़कऊ बर्मा जो कि शिक्षकों के साथ भेदभाव तो करते ही हैं लोकसभा चुनाव के दौरान परशुराम जयंती के दिन भगवान परशुराम के चित्र को विकृत कर की शिक्षक ग्रुपों में वायरल कर दिया जिसको लेकर कई बार कर्मचारी सेवा नियमावली के विपरीत उनके कृत्य के चलते कठोर कार्यवाही की मांग जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी व खुद जिला अधिकारी बस्ती से की किन्तु कार्यवाही तो दूर उनके कार्यक्षेत्र तक में बदलाव नहीं किया गया। सूबे के मुख्यमंत्री सहित सूबे के उच्चाधिकारियों को ज्ञापन प्रेषित किया गया, किन्तु उसे सम्भवतः अग्रेषित न कर रद्दी की टोकरी में डाल दिया गया और उनकी आवाज दबाने की नियत से उनकी शिक्षिका पत्नी को एक नोटिस देते हुए जुलाई माह का वेतन रोक दिया गया जबकि इनके नोटिस का इनके कार्यकाल में रिसीव करा दिया गया था । जब उनकी शिक्षिका पत्नी के पास वित्तीय चार्ज नहीं है और वो वर्तमान में शासन द्वारा देय शिशु देखभाल अवकाश पर हैं तो ऐसे में विद्यालय में दूध वितरण न होने की जिम्मेदार वो कैसे हैं।
इतना ही नहीं जनपद में प्रस्तावित 84 कोसी परिक्रमा मार्ग के अन्तर्गत आने वाले किसानों के जमीन का मनमाने ढंग से जारी मुवावजा का मामला हो या टोल चोरी करने की नियति से ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों से भारी वाहनों के गुजरने से बदहाल हो रही सडक की सुरक्षा हेतु हाईट वैरियर लगाने की मांग हो अथवा तहसील, ब्लाक, सीएचसी, पीएचसी में व्याप्त अनियमितता की शिकायत हो उसके निस्तारण की जगह अधिकारियों द्वारा प्रार्थना पत्र को ही दबा दिया जा रहा है जबकि पूर्व में तहसील के उपजिलाधिकारी रहे हों या जिले के जिलाधिकारी वे न केवल समस्याओं का समाधान सुनिश्चित कराते थे अपितु कृत कार्यवाही से अवगत भी कराते थे।
मांगों को लेकर हो रही हीलाहवाली के सवालों को लेकर भाजपा नेता सुदामा ने 12 अगस्त से डीएम कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालीन धरने की चेतावनी दिया है।
बस्ती। जनहित के विभिन्न मांग पत्रों पर कोई कार्यवाही न होने के चलते 12 अगस्त दिन सोमवार से भाजपा नेता व समाजसेवी चन्द्रमणि पाण्डेय ‘सुदामा’ द्वारा अनिश्चितकालीन धरना दिया जायेगा।
चन्द्रमणि पाण्डेय ‘सुदामा’ ने प्रेस को जारी विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि वे भारतीय जनता पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता होने के साथ साथ निरन्तर जनहित समाज हित में काम करने सामाजिक समस्याओं को उच्चाधिकारियों के पटल पर पहुंचा कर लोगों को न्याय दिलाने का काम करते रहे है । बीते कुछ दिनों से जनपद के अधिकारियों द्वारा कार्यकर्ताओं के मांग पत्र पर कार्यवाही तो दूर उल्टा उनको ही परेशान कर जनहित में आवाज दबाना चाह रहे हैं। इससे जहां आम जनता के हित में काम नहीं हो पा रहा है वहीं सरकार की भी छवि धूमिल हो रही है और कुछ अधिकारी तो जानबूझकर सरकार की छवि धूमिल करने पर लगे हुए हैं ।
इसी क्रम में बस्ती जनपद के विकास खण्ड हर्रैया में लगातार तीन वर्षों से तैनात खण्ड शिक्षा अधिकारी बड़कऊ बर्मा जो कि शिक्षकों के साथ भेदभाव तो करते ही हैं लोकसभा चुनाव के दौरान परशुराम जयंती के दिन भगवान परशुराम के चित्र को विकृत कर की शिक्षक ग्रुपों में वायरल कर दिया जिसको लेकर कई बार कर्मचारी सेवा नियमावली के विपरीत उनके कृत्य के चलते कठोर कार्यवाही की मांग जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी व खुद जिला अधिकारी बस्ती से की किन्तु कार्यवाही तो दूर उनके कार्यक्षेत्र तक में बदलाव नहीं किया गया। सूबे के मुख्यमंत्री सहित सूबे के उच्चाधिकारियों को ज्ञापन प्रेषित किया गया, किन्तु उसे सम्भवतः अग्रेषित न कर रद्दी की टोकरी में डाल दिया गया और उनकी आवाज दबाने की नियत से उनकी शिक्षिका पत्नी को एक नोटिस देते हुए जुलाई माह का वेतन रोक दिया गया जबकि इनके नोटिस का इनके कार्यकाल में रिसीव करा दिया गया था । जब उनकी शिक्षिका पत्नी के पास वित्तीय चार्ज नहीं है और वो वर्तमान में शासन द्वारा देय शिशु देखभाल अवकाश पर हैं तो ऐसे में विद्यालय में दूध वितरण न होने की जिम्मेदार वो कैसे हैं।
इतना ही नहीं जनपद में प्रस्तावित 84 कोसी परिक्रमा मार्ग के अन्तर्गत आने वाले किसानों के जमीन का मनमाने ढंग से जारी मुवावजा का मामला हो या टोल चोरी करने की नियति से ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों से भारी वाहनों के गुजरने से बदहाल हो रही सडक की सुरक्षा हेतु हाईट वैरियर लगाने की मांग हो अथवा तहसील, ब्लाक, सीएचसी, पीएचसी में व्याप्त अनियमितता की शिकायत हो उसके निस्तारण की जगह अधिकारियों द्वारा प्रार्थना पत्र को ही दबा दिया जा रहा है जबकि पूर्व में तहसील के उपजिलाधिकारी रहे हों या जिले के जिलाधिकारी वे न केवल समस्याओं का समाधान सुनिश्चित कराते थे अपितु कृत कार्यवाही से अवगत भी कराते थे।
मांगों को लेकर हो रही हीलाहवाली के सवालों को लेकर भाजपा नेता सुदामा ने 12 अगस्त से डीएम कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालीन धरने की चेतावनी दिया है।
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