UP News: भारत से लन्दन तक साईकिल यात्रा पर निकली पर्वतारोही निशा कुमारी का बस्ती में हुआ स्वागत
कोच निलेश बारोट के साथ जलवायु परिवर्तन जागरूकता के लिये निकाली यात्रा
पौधरोपण कर निशा ने छात्रों से बनाया संवाद
बस्ती। भारत से लन्दन तक साईकिल यात्रा पर निकली पर्वतारोही निशा कुमारी और कोच निलेश बारोट के बस्ती पहंुचने पर मंगलवार को रोटरी क्लब बस्ती सेंट्रल और सेवा ब्लड बैंक द्वारा उनका स्वागत कर उत्साहवर्धन किया गया। साईकिल यात्रा का उद्देश्य जलवायु परिवर्तन के खतरों के प्रति लोगांे को जागरूक करना है।
रोटरी क्लब बस्ती सेंट्रल द्वारा औद्योगिक विकास इंटर कॉलेज बिहरा बाजार में जलवायु परिवर्तन और वृक्षारोपण के बारे में निशा कुमारी ने अपने विचार छात्रों के साथ साझा किया और कहा कि उनके द्वारा एवरेस्ट चोटी पर भारतीय तिरंगा फहराया गया। निशा कुमारी ने बच्चों से कहा कि अपने लक्ष्य को पाने के लिए कड़ी मेहनत की जरूरत है क्लाइमेट चेंज के कारण बाढ़ सूखा बे मौसम ठंडक बरसात हो रहे हैं ऐसे में हर व्यक्ति को वृक्षारोपण करके इस मुश्किल से निजात मिल सकता है बच्चों के द्वारा पर्वतारोही निशा कुमारी ने संवाद बनाकर रोचक जानकारी दिया।
रोटेरियन एल.के. पाण्डेय, प्रताप एजुकेशनल एकेडमी के मारकंडेय सिंह ने मांगलिक कार्यक्रम पड़ने पर उसे दिन एक वृक्ष जरुर लगाने का आवाहन किया। प्रधानाचार्य संगीता सिंह, योगेश शुक्ला, पी. मुखर्जी, अंजू वर्मा आदि ने निशा कुमारी का स्वागत किया ।
दोनों स्कूलों पर निशा कुमारी एवं बच्चों ने प्रधानाचार्य सतीश रंजन सिंह, संगीता सिंह, रोटरी क्लब के अध्यक्ष वामिक मिराज, एल.के. पाण्डेय, मुनीरउद्दीन अहमद, श्याम धर सोनी, हरिश्चंद्र सिंह ,रोटेरियन चंद्र भूषण सिंह, मनीष कुमार सिंह द्वारा दोनों स्कूलों पर पौधरोपण कर पर्यावरण रक्षा का संदेश दिया गया। कार्यक्रम संयोजक सेवा ब्लड केन्द्र के रोटेरियन मनीष कुमार सिंह, एल.के. पाएडेय, वामिक मिराज ने साईकिल यात्रियों के सुखद यात्रा की कामना किया।
रोटरी क्लब बस्ती सेंट्रल द्वारा पर्वतारोही निशा कुमारी कोच निलेश बारोट को स्मृति चिन्ह तथा रोटरी का फोरवे टेस्ट देकर सम्मानित किया गया। इसी क्रम में दुबखरा में पौधरोपण करने के पश्चात यह यात्रा गोरखपुर के लिए रवाना हुई। भारत से लन्दन तक की साईकिल यात्रा यात्रा 23 जून को बड़ोदरा से शुरू होकर बस्ती पहुंची , 23 जुलाई को यात्रा बस्ती से आगे निकली यह यात्रा 15000 किलोमीटर नेपाल, तिब्बत, चीन, मास्को व अन्य देशों से होते हुए 12 अक्टूबर को लंदन पहुंचेगी।
Post a Comment