प्रातकाल उठि के रघुनाथा, मात पिता गुरु नावहि माथा : राम मनोहर जी
बस्ती। सरस्वती विद्या मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय रामबाग - बस्ती के वंदना सत्र में आज विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय सह संगठन मंत्री मा. राम मनोहर जी का सानिध्य प्राप्त हुआ। इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य श्री गोविंद सिंह तथा इंडियन पब्लिक स्कूल - बस्ती के निदेशक श्री कैलाश नाथ दुबे भी उपस्थित रहे।
अपने संबोधन में क्षेत्रीय संगठन मंत्री ने श्री गुरु पूर्णिमा के अवसर पर माता-पिता और गुरु के महत्व को प्रतिपादित करते हुए कहा कि आध्यात्मिक गुरु में माता-पिता व शिक्षक के सभी गुण समाहित होते हैं। गुरु शब्द छोटा है, लेकिन इसकी गहराई और ऊंचाई अनंत है। गुरु इंद्र की तरह सब पर समान रूप से कृपा बरसाते है, जो योग्य शिष्य होता है वह गौतम, अर्जुन और एकलव्य की तरह गुरु कृपा प्राप्त कर लेता है। गुरु कृपा का अर्थ यह नहीं कि जीवन में दुःख ही न आए। दुःख में भी हम दुःखी न हो, वो घड़ी कब बीत जाए हमें पता ही न चले, यही है गुरु कृपा।
उन्होंने रामचरितमानस की चौपाई 'प्रातकाल उठि के रघुनाथा, मात पिता गुरु नावहि माथा' की चर्चा करते हुए माता-पिता को प्रातः काल तथा विद्यालय आते समय प्रणाम करने और विद्यालय को मंदिर समझकर उसे भी प्रणाम करने को कहा। साथ ही आचार्यों को प्रणाम और उनका सम्मान करने की भी बात कही और कहा कि ऐसा करने से सफलता आपके कदम चूमेगी।
इस अवसर पर विद्यालय के छात्र भैया, आचार्य एवं कर्मचारी बंधु उपस्थित रहे।
इसके पश्चात उन्होंने मा. प्रधानाचार्य जी के साथ विभिन्न कक्षाओं और विद्यालय परिसर का अवलोकन भी किया तथा अवकाशोपरांत संकुल के तीनों विद्यालयों के आचार्य बन्धु/भगिनी के साथ परिचयात्मक बैठक की।इस अवसर पर तीनो विद्यालय के प्रधानाचार्य एवं आचार्य बन्धु/भगिनी उपस्थित रहे।
Post a Comment