Ballia News: अखिलेश यादव को अपने धर्म से परेशानी, ज्ञानवापी को अखिलेश मानते हैं मस्जिद- दिनेश लाल निरहुआ
बलिया बलिदान दिवस पर बलिया पहुंचे भाजपा सांसद दिनेश लाल निरहुआ ने कहा कि मैं उन शहीदों को नमन करने आया हूं जिन्होंने अपना सर्वोच्च बलिदान कर इतिहास रच दिया था । देश की आजादी से 5 साल पहले 1942 में बलिया आजाद हो गया ।
वहीं कांग्रेस नेता राशिद अल्वी के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि विपक्ष सपना देख रहा है और सभी को सपना देखने का हक है ।दावा किया कि बीजेपी उत्तर प्रदेश के 80 सीटों पर जीत दर्ज करेगी और प्रधानमंत्री मोदी तीसरी बार हैट्रिक लगाने जा रहे हैं।
वही सपा मुखिया अखिलेश यादव द्वारा बीजेपी को दरारजीवी कहे जाने पर कहा कि अखिलेश यादव को अपनी राजनीति बदलनी चाहिए क्योंकि उनकी विफलता का कारण अभी भी वो उसी राजनीति में जी रहे है जिस राजनीति में वो पैदा हुए थे। वही कहा कि पीएम मोदी जब किसी को गैस और बिजली देते हैं तो वह कभी हिंदू मुसलमान नहीं पूछते। वही अखिलेश यादव द्वारा साढ के जरिये सरकार पर हमला बोले जाने पर तंज कसते हुए कहा कि अखिलेश यादव को अपने धर्म से परेशानी है। अखिलेश यादव ने अपने संस्कारों में यही सीखा है कि गाय का अपमान करो ,साढ का अपमान करो, जो हमारे नंदी भगवान है। वही ज्ञानवापी का जिक्र करते हुए कहा कि हर कोई कह रहा है की ज्ञानवापी मंदिर है। मात्र एक व्यक्ति अखिलेश यादव कह रहे हैं की ज्ञानवापी मस्जिद है ।तो उस आदमी का तो राजनीति ही यही है। धर्म का विरोध करो, मंदिर का विरोध करो, तुष्टिकरण की राजनीति करो, इसके अलावा उनको आता क्या है।
वहीं विपक्ष के इंडिया नाम रखे जाने पर भाजपा सांसद दिनेश लाल निरहुआ ने कहा कि नाम वह बदलता है जो समाज में बदनाम हो जाता है। लिहाजा नाम नहीं नियत बदलना जरूरी है।
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