बलिया: दहेज का लालची फर्जी डॉक्टर, शादी के बाद खुला राज, फर्जी दूल्हा डॉक्टर पहुंच गया जेल
बलिया में इन दिनों एक शादी का मामला चर्चा का विषय बना हुआ है बताया जा रहा है जहां फर्जी दूल्हा डॉक्टर खुद को एमबीबीएस बताकर शादी करता है फिर दहेज के लिए अपनी पत्नी को प्रताड़ित करता है जब राज खुलता है तो लड़की के परिवार वालों के होश उड़ जाते हैं मामले में मुकदमा दर्ज होता है और फर्जी एमबीबीएस डॉक्टर और उसके माता-पिता को कोर्ट सजा सुना देती है।
बलिया: लगभग दस सालों पूर्व शादी से पहले ससुराल पक्ष द्वारा दूल्हा को एम बी बी एस डॉक्टर बताकर और इतना ही नहीं शादी तय हो जाने के बाद शादी के कार्ड पर डॉ. की पदवी लगाकर धोखे से शादी करने व विदाई के उपरांत बाकी दहेज की धनराशि के लिए विवाहिता को प्रताड़ित करने व दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर विवाहिता को घसीटते हुए थप्पड़, लात घुसा से पीट पीट कर घर से बाहर खदेड़ने के मामले में शनिवार को सी जे एम सुश्री शांभवी यादव ने ओपन कोर्ट में डैस पर फैसला सुनाई है। अपने फैसले में सजा के बिंदु पर सुनवाई करते हुए अभियुक्त पति को अंडर कस्टडी लेते हुए पांच साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई तथा पंद्रह हजार जुर्माने से भी दंडित की है। वही धोखे से शादी करने के धाराओं में पति, सास व ससुर प्रत्येक को तीन वर्ष के कारावास तथा पंद्रह हजार रूपये जुर्माने से दंडित की है। अर्थदंड जमा न करने पर अतिरिक्त छः मास की सजा भुगतनी पड़ेगी।
साथ ही सी जे एम ने यह भी आदेश दिया कि सभी सजाएं साथ साथ चलेंगी। बता दें कि फेफना थाने द्वारा दर्ज मुकदमा अपराध संख्या 1034/2014 में सागरपाली गांव निवासी अभियुक्त पति सुनील कुमार वर्मा पुत्र शिव शंकर वर्मा , शिव शंकर वर्मा पुत्र सीता राम वर्मा(ससुर) व राधिका(सास) पत्नी शिव शंकर वर्मा को सी जे एम ने भादवि की धारा 419,420, 323/34, 504,506(2), 498ए व 3/4 दहेज के प्रति अधिनियम के तहत दोषी पाकर उक्त सजा सुनाई है।
अभियोजन के अनुसार यह घटना के बारे में कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत जापलिन गंज निवासी वादी मुकदमा सुनील वर्मा की बहन सुनीता की शादी हिंदू रीति रिवाज के मुताबिक दान दहेज सहित फेफना (सागरपाली) में 28 मई 2013 को हंसी खुशी संपन्न हुई थी। विदाई के कुछ ही दिनों के बाद ससुराल वाले
और दहेज के लिए सुनीता को प्रताड़ित करने लगे। मांग पूरी नहीं होने पर 15 दिसंबर 2014 को वादी के बहन को लात घुसा से मारते हुए तथा घसीटते हुए खदेड़ दिया। जब विवाहिता मायके लौटी तो लड़के का सारा पोल खोल दी तथा कही कि वह कोई एम बी बी एस डॉक्टर नहीं है दहेज लेने के लिए कुछ दिनो के लिए फर्जी डॉक्टर बन गया था।इस घटना के बावत विवाहिता के भाई सुनील ने मुकदमा पंजीकृत कराया। इसके उपरांत सारे तथ्यों का अवलोकन करते हुए सी जे एम ने शनिवार को फैसला सुना दिया।
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